Tuesday, January 22, 2013

अच्छी इंग्लिश के दम पर अंग्रेजों से ठग लिए 1 करोड़

नई दिल्ली।। एक और सनसनीखेज मामले में महज 12वीं पास लेकिन इंग्लिश बोलने में माहिर कुछ लड़कों ने दिल्ली में कॉल सेंटर के जरिए सैकड़ों ब्रिटिश नागरिकों को बिना गारंटी लोन देने का लालच दिया और एक करोड़ रुपए से ज्यादा ठग लिए। ब्रिटेन के उच्चायोग की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पीतमपुरा के शक्ति विहार में किराए पर लिए एक घर में चलाए जा रहे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। ये लोग बहुत हाईटेक तरीके से ब्रिटिश कस्टमर्स को चूना लगाते थे।
कुछ दिन पहले भी इसी तरह के एक कॉल सेंटर के फर्जीवाड़े का स्पेशल सेल ने खुलासा किया था। पीतमपुरा में ही बने इस कॉल सेंटर से 60 हजार से ज्यादा ब्रिटिश नागरिकों को 88 करोड़ रुपयों का चूना लगाया गया था। डीसीपी एस.बी.एस. त्यागी ने बताया कि शक्ति विहार में विजडम कॉलिंग नाम से इस हाईटेक ठगी को अंजाम दिया जा रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लड़के ब्रिटिश लहजे में इंग्लिश बोलने में माहिर हैं और कॉल सेंटरों में नौकरी कर चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक, रैकेट का सरगना अंशुमान श्रीवास्तव (26) है। वह लखनऊ का रहने वाला है और बीसीए कर चुका है। बाकी चारों आरोपी पवन सिंह (21) निवासी उत्तम नगर, सुमित कुमार (20) निवासी जहांगीरपुरी, आशु (23) निवासी जहांगीरपुरी और अमित सिंह (27) निवासी बुद्ध विहार 12 वीं पास हैं।
कॉल सेंटर में अपने तजुर्बे से अंशुमान को जानकारी थी कि ब्रिटेन के नागरिक लोन के ऑफर मिलने पर ज्यादा सवाल-जवाब नहीं करते। उसने ब्रिटेन में अपने संपर्कों से वहां उन लोगों की लिस्ट हासिल की, जिन्हें लोन चाहिए था। इसके बाद कॉल सेंटर से इंटरनेट के जरिए फोन करके उन लोगों को लोन का लालच दिया गया और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर रकम ऐंठ ली। पुलिस ने कॉल सेंटर के कंप्यूटर से ब्रिटिश नागरिकों के नाम, पते, ईमेल आईडी, फोन नंबर, लोन अमाउंट और लोन देने वाले बैंकों की डिटेल जब्त की हैं।
डीसीपी के मुताबिक, ब्रिटिश हाई कमीशन को खबरें मिल रही थीं कि भारत के कुछ कॉल सेंटर ब्रिटिश नागरिकों को कॉल करके उनके साथ ठगी कर रहे हैं। हाई कमिशन ने क्राइम ब्रांच में इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी। इसी के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।

पहले भी हुई है ऐसी वारदात
स्पेशल सेल ने जनवरी में ब्रिटिश नागरिकों से ठीक इसी तरह ठगी करने वाले एक अन्य रैकेट की धरपकड़ की थी। स्पेशल कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव के मुताबिक, आरोपी सौरभ गुप्ता, रजत भयाना और यासीन नागपाल ने हजारों ब्रिटिश नागरिकों को 88 करोड़ रुपयों से ज्यादा का चूना लगाया था। पीड़ितों से 8 हजार रुपए से लेकर 22 हजार रुपए तक वसूले गए थे।  

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