
आईआरएस संघ ने रविवार को कहा कि हम कुछ कंपनियों की जांच कर रहे अधिकारियों को मिली नितिन गडकरी की धमकी की खबरों से हैरान और स्तब्ध है। संघ ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के नेता का इस तरह से बयान देना शर्मनाक और निंदा करने लायक है। संघ ने मांग की है कि नितिन गडकरी को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
गडकरी ने बीजेपी प्रेजिडेंट का पद छोड़ने के बाद 24 जनवरी को नागपुर में कहा था कि बीजेपी अगर केंद्र की सत्ता में आ गई तो जांच करने वाले अधिकारियों को कोई नहीं बचा पाएगा। आईआरएस संघ ने मामले में काम कर रहे अपने अधिकारियों के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की।
नितिन गडकरी पूर्ति ग्रुप पर लगे अनियमितताओं के मामले में मुंबई, पुणे और नागपुर में इनकम टैक्स के ऑफिसर जांच कर रहे हैं। ऑफिसर्स ने अपनी जांच के तहत गडकरी को 1 फरवरी को खुद मौजूद होने के लिए कहा है।
संघ के प्रस्ताव में कहा गया है, 'हम मांग करते हैं कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था संभालने वाले अधिकारी गडकरी के बयान पर खुद संज्ञान लें, क्योंकि यह साफ तौर पर सरकारी कार्यसेवक को उनका काम करने से रोकने के इरादे से दिया गया था।' आईआरएस इनकम टैक्स की इस संस्था के 4 हजार सदस्य हैं।
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